Dheerendra: LORD OF THE BRAVES.....

मेरा परिचय बस इतना ही,

कि मैं एक इंसान हूँ|

निज राष्ट्र, वंश, कुल परंपरा,

का बस एक प्रतिवाहक हूँ ||


मैं गंगा कि अविरल धारा,

गीता का इश्लोक हूँ|

मैं कवि का हूँ प्रथम छंद,

और कुरान कि अज़ान हूँ ||


मेरा परिचय बस इतना ही,

कि मैं एक इंसान हूँ ......