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सामाजिक विज्ञान संकाय, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय
edit१९७१ में स्थापित सामाजिक विज्ञान संकाय[1]काशी हिन्दू विश्वविद्यालय[2], वाराणसी का एक संकाय है। यह सामाजिक विज्ञान के विभिन्न विषयों में स्नातक व परास्नातक पाठ्यक्रम संचालित करता है।
इतिहास
edit१९१६ से १९७१ तक सामाजिक विज्ञान संकाय कला संकाय का ही एक भाग था। किंतु मेहनतकश समाजशास्त्रियों, मनोवैज्ञानिकों, अर्थशास्त्रियों, इतिहासकारों व राजनीती विज्ञानियों के प्रयासों को प्रोत्साहित करने हेतु १९७१ में इसे कला संकाय से पृथक कर नवीन संकाय बना दिया गया। वर्तमान में संकाय में पांच विभाग हैं।
संरचना
edit‘संकाय प्रमुख’ सामाजिक विज्ञान संकाय का प्रशासनिक प्रधान होता है व संकाय से सम्बंधित सभी गतिविधियों जैसे बजट, प्रशासन, योजना, सहायक सेवाएं, शैक्षणिक नियुक्तियां, पाठ्यक्रम व छात्र हित आदि हेतु उत्तरदायी होता है।
संकाय प्रमुख विश्वविद्यालय के कुलपति के अधीनस्थ कार्य करता है व उसी के द्वारा नियुक्त होता है।
विभाग
editसामाजिक विज्ञान संकाय अपने पांच विभागों के माध्यम से स्पेशल कोर्सेज व स्नातक और परास्नातक डिग्रीयां प्रदान करता है।
विभाग अध्यक्ष
- अर्थशास्त्र प्रो. ए. आर. प्रसाद
- इतिहास प्रो. बिन्दा परांजपे
- राजनीति विज्ञान प्रो. आर. पी. सिंह
- समाजशास्त्र प्रो. एस. आर. यादव
- मनोविज्ञान प्रो. तारा सिंह
केंद्र
editविभागों के अतिरिक्त संकाय में विभिन्न विषयों पर आधारित पांच शोध केंद्र भी हैं।
केंद्र प्रमुख
- नेपाल अध्ययन केंद्र प्रो. भूपेंद्र विक्रम सिंह
- महिला अध्ययन एवं विकास केंद्र प्रो. किरण बर्मन
- समन्वित ग्रामीण विकास केंद्र प्रो. चन्द्रकला पड़िया
- मालवीय शांति अनुसंधान केंद्र प्रो. प्रियंकर उपाध्याय
- सामाजिक बहिष्करण एवं समावेशी नीति अध्ययन केंद्र प्रो. तेज प्रताप सिंह