सीकर जिले से मात्र 18 किमी. दुरी पर स्थित मोल्यासी गांव जहां कि जनसंख्या करीब 2000 है गांव के शहर सीकर से दो रास्ते लगते है पहला तो सीकर सालासर बस स्टेण्ड से सालासर रास्ते पे गांव फागलवा उतरना पड़ता है, फागलवा से गांव 4 किमी. पड़ता है। और फागलवा से पैदल आना पड़ता है दूसरा रास्ता सीकर सालासर बस स्टेण्ड या डीडवाना स्टेण्ड जहां से चलते ही प्रिंस एजुकेशन हब और जयपुर बीकानेर NH -11 को क्रॉस करते हुए  गांव पालवास और उसके बाद तासर छोटी से गुजरते हुए हमारे गांव पहुँचना पड़ता है। गांव में अभी तक राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम की बस सेवा की सुविधा तो नहीं हे, लेकिन निजी बसे चलती है। उसमे सबसे पहले सुबह 8:00 AM एक बस आती है गांव के लोग उसमे बैठकर शहर सीकर जाते है शहर पास होने की वजह से विधार्थी, बेरोजगार लोग और रोज़मर्रा के काम करने वालो के लिए यह बस बहुत ही सुविधाजनक साधन है। उसके बाद 12:00 PM पर एक और बस आती है जो शहर सीकर जाती है और वैसे गांव में 4-5 टैम्पो भी है जो शहर जाते है  ओर गाँव मे निजी साधन भी लगभग सभी के पास हे। अब बात करे सीकर शहर से वापिस आने की तो सीकर में सालासर बस स्टेण्ड या डीडवाना स्टेण्ड जहां से 1:30 PM पर एक बस चलती है जो गांव मोल्यासी से 2:15 PM से गुजरती हुयी आगे डीडवाना चली जाती है। उसके बाद एक और बस वही से 7:15 PM पर चलती है जो 8:00 PM पर गांव पहुँचती है। सीकर के अलावा गांव से कोई और बड़ा शहर नहीं लगने के कारण और कोई बड़े साधन भी नहीं है लेकिन गांव के लिए जिला सीकर नज़दीक होना बहुत फायदेमंद है। राजधानी जयपुर भी बहुत ज्यादा दूर नहीं है मात्र 125 किमी. है। 

गांव मोल्यासी ग्राम पंचायत - दुगोली (मोल्यासी +दुगोली +जगतपुरा ) प.स.धोद (सीकर) के अंतर्गत आता है एवं वर्तमान मे गांव दुगोली की श्रीमति मुन्नी देवी यंहा की सरपंच है जो राजस्थान के हिस्टीशीटर व स्व. केसर दुगोली की धर्मपत्नी है। राजपुत बाहुल्य इस गांव मे ब्राह्मन, चौधरी, जागिड, सैन, सोनी, कुमावत, दरोगा, नायक, मेघवाल, मेथर, सहित बावरिया जाति के लोग निवास करते है।

शिक्षा की बात करे तो गांव एक राजकीय उच्च प्राथमिक विधालय व एक निजी उच्च माध्यमिक विधालय है जहां पर अध्ययन करने वालों मे ज्यादातर गांव के ही लड़के और लडकीयों है। राजकीय विधालय आजादी से पहले का है, इसीलिए बहुत वर्षो पहले आसपास के गाँवो के लोग यंहा शिक्षा ग्रहण करने आते थे। लेकिन गाँवो वालो की अनदेखी व विकास नहीं होने के कारण अभी भी केवल उच्च प्राथमिक तक ही है। गांव के छोटे बच्चो की शिक्षा व पोषण के लिए 2 आँगनबाड़ी केन्द्र और आसपास ढाणियों के बच्चो की पढाई लिए 2 राजीव गांधी शिक्षा केन्द्र भी है।

चिकित्सा की बात करे तो गाँव मे 2 स्वास्थ्य केन्द्र है, ज्यादा गम्भीर स्थिति मे सीकर के कल्याण अस्पताल मे उपचार कराया जाता हे। धार्मिक स्थानों में यहा ठाकूर जी, बालाजी, भोम्याजी, शिव जी, ओर भी अनेक मन्दिर व धार्मिक स्थान हे। गाँव मे  ही गोशाला, खेल मेदान हे। गांव मोल्यासी विकसित गांवो की श्रेणी मे तो नहीं आता है लेकिन इतना पिछड़ा भी नहीं है। Category:Village People