टोकसर मद्य प्रदेश में स्थित खरगोन जिले के एक सहर सनावद के पास बसा एक छोटा सा गांव है जो की सनावद से ८.२ किलोमीटर की दूरी पर स्थित है| लगभग १५०० आबादी वाले इस गांव का मुख्य व्यवसाय खेती है  नर्मदा नदी आज भी यहाँ की कृषि का आधार है| टोकसर नगर पितनगर और आली के बीच में आता है. यह गांव पूरा साखचर होने का दावा करता है| यहाँ सारे बच्चे स्कूल जाते है| शासकीय माद्यमिक विद्यालय स्कूल टोकसर , टोकसर नगर में बसा हुआ है  यहाँ के सभी ग्रामीण हिन्दू धर्म का पालन करते है  गुर्जर ब्राम्हण कहार जाती के लोग यहाँ निवास करते है  सभी ग्रामीण मुख्य हिन्दू त्योहारों को मनाते है| प्रमुख त्योहारों मेसे कुछ है:- होली, दीपावली, राखचाबन्धन मकरशंक्रान्ति घनघोर नवरात्री शिव रात्रि है| नर्मदा नदी की किनारे बसने के कारन यहाँ एक धार्मिक स्थल गोमुख आश्रम भी है जिसे देखने के लिए और नर्मदा स्नान के लिए लोग दूर दूर से आते है| गोमुख आस्रम में यहाँ गोतमेस्वर महादेव का मंदिर भी है| जो की आसपास के छेत्रो में ज्यादा चर्चित है|  इस आश्रम में एक वृद्धा आश्रम भी निर्मित है| इस आश्रम में भगवत कथा का प्रवचन होता है पर्चरी यहाँ की मुख्या भगवत कथा मेसे एक है| इस गांव में सारे यूवा एक साथ मिलकर राम नवमि पर रामलीला का आयोजन भी करते है इस धार्मिक स्थल के पास ही एक नर्सरी है जहा पर अलग अलग तरीकों से पौधों को उगाया जाता है गोमुख आश्रम में पूरा विकास खरगोन जिले के पूर्व विधायक श्री जगदीश जी मोरानिया द्वारा किया गया है|